ये टीम फाइनल में आती है पर फिर क्यों हार जाती है?




भाइयों मानो या ना मानो। फाइनल में आ के साउथ अफ़्रीका की टीम को कुछ हो जाता है। अब वो महिलायों के T20 के वर्ल्ड कप फाइनल में न्यू ज़ीलैंड से हार गये हैं। जब उन्होंने सेमी-फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराया था तो लगा था कि इस बार चमका तक़दीर का तारा। पर फिर वहीं ढाक के तीन पात। इससे पहले, 2023 के लड़कियों के वर्ल्ड कप फाइनल में भी वो हार गये थे। इसी साल इंडिया के ख़िलाफ़ T20 का वर्ल्ड कप फाइनल उन्होंने जीत ही लिया था। पर फिर आख़िरी के चार ओवरों में उन्हें साँप सूँघ गया था और वो फाइनल हार गये थे। इसी के रहते क्रिकेट जगत में उन्हें हमेशा से चोकर कहा जाता रहा है। चोकर मतलब ऐसी टीम जो जीत सामने देख कर अपना आपा खो बैठती है। उसे अपने ऊपर विश्वास ही नहीं रहता। जब भी कोई बड़ा मैच आता है, साउथ अफ़्रीका हार ही जाती है। इसके मुक़ाबले ऑस्ट्रेलिया की टीम को देखिए। जब उनके जीतने की कोई उम्मीद नहीं होती है, तब वो बड़े मैचों में बाज़ी पलट ही देती है। हर बार फाइनल हारना कोई इतिफ़ाक़ नहीं होता। कहीं नहीं कहीं डर जान एक मेंटल ब्लॉक है जिससे साउथ अफ़्रीका उबर नहीं पा रही है।