क्या Mohd Shami की खाने की आदत मुसीबत है?




Mohammed Shami (मोहम्मद शमी) के खाने की आदत की वजह से क्या टीम (Team) को या Indian Cricket Board (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) को कोई परेशानी होती है। क्या खुसर पुसूर होती है। होती तो है क्योंकि उनके ही साथी और कभी टीम इंडिया (Team India) के फ़ास्ट बॉलर रहे Umesh Yadav (उमेश यादव) ने उनके खाने की आदत का खुलासा किया है। Umesh Yadav (उमेश यादव) बताते हैं कि Mohammed Shami (मोहम्मद शमी) को रोज़ एक किलो मटन खाना ही खाना है। अगर उन्हें इतना मटन रोज़ नहीं मिलता है तो वो हल्ला मचा देते हैं। एक दिन नहीं खाया, चलो किसी तरह से निकल लिया। दूसरे दिन भी नहीं, तो मुश्किल है लेकिन जैसे तैसे ये दिन भी निकल दिया। पर अगर अगले दिन भी Mohammed Shami (मोहम्मद शमी) को मटन ना मिले तो वो अपने क़ाबू में नहीं रहते। Umesh Yadav (उमेश यादव) कहते हैं कि Mohammed Shami (मोहम्मद शमी) को ऐसा लगता है कि उनकी तेज़ गेंदबाज़ी का सीक्रेट उनका मटन खाना भी है। Mohammed Shami (मोहम्मद शमी) को लगता है कि अगर वो मटन नहीं खाते हैं तो उनकी स्पीड कम से कम 15 किमी प्रति घंटा कम हो जाती है। यानी अगर उनकी स्पीड 88 की है तो घट के 73 की रह जाती है जो काफ़ी नहीं है। ऐसे में बल्लेबाज़ों को अपने को एडजस्ट करने का मौक़ा मिल जाता है। उम्मीद की जा रही है कि Mohammed Shami (मोहम्मद शमी) की वापसी बांग्लादेश के ख़िलाफ़ होने वाले 19 सितंबर से शुरू हो रहे टेस्ट मैच में हो सकती है।