सेंचुरी के बाद Sanju Samson ने ये क्या किया?




संजू भैया छाए हुए हैं। कहाँ तो टीम में बने रहने के लाला लगे हुए थे। कहाँ अब वो टीम के लल्ला हुए पड़े हैं। 40 गेंदों में शतक। सिर्फ़ रोहित शर्मा ने उनसे तेज़ यानी 35 गेंदों में शतक T20 के इतिहास में लगाया है। 11 चौके और 8 छक्के। मतलब ग़ुस्सा निकाला भी तो कैसे। पहले दो T20 मैच में फ्लॉप हुए। लगा कि अब तो भैंस गई ही समझो पानी में। श्रीलंका में दो T20 के मैचों में अपना खाता भी नहीं खोल पाये थे। कह रहे हैं कि जब घर लौटा था तो सच रहा था कि अब क्या होगा भाई। पर गौतम गंभीर को अपनी पारखी निगाह पर भरोसा था। वो कहते नहीं थकते थे कि अगर संजू सैम्सन टीम इंडिया के लिये लंबे समय तक नहीं खेला तो वो संजू का नहीं टीम इंडिया का नुक़सान है। संजू के समर्थक ये कहते नहीं थकते थे कि संजू को एक मौक़ा मिलता है फिर वो साल भर बाहर बैठता हैं। उसके गेंदें भी ज़्यादा खेलने को नहीं मिलती। तो इस बार मैच भी लगातार मिले और पारी की शुरुआत भी करवाई गई। अब कोई ये नहीं कह सकता था क्योंकि भाई अब मौक़े भी लगातार हैं और ओवर भी पूरे 20 खेलने को मिले हैं। अब अगर बाजुओं में दम है तो कुछ करके दिखाओ। संजू ने किया भी यही। जब सैकड़ा हुआ तो संजू ने एक अजीबोग़रीब हरकत की। लोग आमूमन हवा में उछलते हैं, अपने बल्ले को लहराते हैं, पर सैम्सन ने कुछ और ही किया।  संजू ने कुछ इस तरह से अपने डोले दिखाए। अब डोले तो कुछ ख़ास नहीं हैं। पर संजू कहते हैं कि मेरा नाम सैम्सन है। तो सैम्सन की तरह बाजुओं में ताक़त भी तो होनी चाहिए। ताक़त तो ऐसी की लेग-स्पिनर राशिद के एक ओवर में पाँच छक्के जड़ दिए। वो कहते हैं कि मेरी बहुत दिनों से हसरत थी कि में एक ओवर में पाँच छक्के लगाऊँ। सो कर दिखाया। मज़े की बात ये है कि संजू के छक्कों में ताक़त कम और टाइमिंग ज़्यादा होती है। देखने में ऐसा लगता है कि कोई सुनार है, लोहार नहीं। संजू को मौक़े तो मिले पर कप्तान सूर्यकुमार यादव और कोच गौतम गंभीर ने उनको एक बात साफ़ कर दी थी। और वो ये कि भाई, टीम में रहो या ना रहो। पर खेलना दिलेरी से ही पड़ेगा। ये नहीं होगा कि अपने 50 और 100 के चक्कर में टुकर टुकर करने लगो। हमारा फ़लसफ़ा गेंद को फोड़ना ही है। अब संजू सैम्सन पहुँचे 96 पर। लोगों की नज़र इस बात पर कि बंदा अब सिंगल सिंगल लेकर अपना शतक पूरा करता है। या वैसे ही दिलेरी से खेलता है। बस उन्होंने दिखाया कि जैसा कप्तान ने कहा है, वैसे ही करूँगा। 96 पर चौका मार के सेंचुरी पूरी की। कप्तान दूसरे ही छोर पर था। कूद के आया और संजू को शाबाशी दी। अब अगले महीने टीम इंडिया अपनी अगली T20 सीरीज साउथ अफ़्रीका में खेलेगी। यकीनन अब संजू फ्लाइट पर साउथ अफ़्रीका जाएँगे। हो सकता है कि संजू की ये सफलता यशस्वी जयसवाल और शुभमन गिल को परेशान करे। आख़िर वो भी तो पारी की शुरुआत करना चाहते हैं। पर संजू ने बरसों इस दिन का इंतज़ार किया है। अब संजू का टीम में बने रहना तो बनता है।