Champions Trophy : Bumrah फिट, Shami का संग !




जसप्रित बुमराह ऑस्ट्रेलिया से तो आ गये हैं। पर ऑस्ट्रेलिया में उनके बारे में बात होनी बंद नहीं हुई है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री से लेकर आम जनता तक बुमराह के नाम पर वाह वाह कर बैठते हैं। पर इससे क्या होगा। मज़ा तो तब आएगा जब ऑस्ट्रेलिया के ख़ुद के खिलाड़ी बुमराह की तारीफ़ करें। तो सुनिए स्टीव स्मिथ क्या कहते हैं। दुनिया के शीर्ष बल्लेबाज़ों में शुमार रखने वाले स्मिथ ने रिकी पोंटिंग से बात की। पोंटिंग उनके कप्तान भी रह चुके हैं। और पोंटिंग ने जब बुमराह ने अपना करियर शुरू किया था, तब उनकी प्रतिभा को निखारा भी था। बुमराह 17 साल के थे जब उन्होंने मुंबई इंडियंस को जॉइन किया था। उस समय टीम के मेंटर रिकी पोंटिंग थे। पोंटिंग को बुमराह ख़ास लगे थे, पर ऐसे भी नहीं जो बुमराह आज हो गये हैं। जब स्मिथ ने पोंटिंग से बुमराह के बारे में बात की तो पोंटिंग ने कहा मेरी छोड़ो, ये बताओ कि तुम्हें बुमराह के ख़िलाफ़ कैसा लगा। स्मिथ के बारे में कहा जाता है कि तेज़ गेंदबाज़ों का विश्लेषण करने में उनका जवाब नहीं है। स्मिथ ने पोंटिंग से कहा कि बुमराह को अगर में 2 ओवर खेल लूँ, तो मुझे थोड़ा आईडिया होने लगता है। पर मुश्किल ये है कि बुमराह की पहली 8-10 गेंदें कैसे निकली जाये। स्मिथ ने कहा कि बुमराह एक लोमड़ी की तरह चालक हैं। फिर उनका एक्शन भी ऐसा है कि आप जल्दी उसे भाँप नहीं पाते हैं। उनके बोलिंग आर्म का एक्सटेंशन इतना ज़्यादा है कि कई बार बल्लेबाज़ अपने एक्शन कर जाता है। और बुमराह उसके बाद गेंदबाज़ी करते हैं। और जिस तरह से वो दोड़ते हैं ऐसा लगता नहीं कि गेंद इतनी तेज़ होगी। पर पड़ कर गेंद गोली की रफ़्तार से निकलती है। रफ़्तार से ही नहीं, उसका मूवमेंट भी आपका हैरान कर देता है। और ये सिर्फ़ टेस्ट मैच की बात नहीं है। बुमराह T20 और ODI में भी उतने ही घटक हैं। उधर ऑस्ट्रेलिया के ओपनर उस्मान ख़्वाजा कहते है कि मैंने ऐसा तेज़ गेंदबाज़ नहीं देखा। हम आपको बता दें कि ख़्वाजा की 10 पारियों में 6 में बुमराह ने उन्हें आउट किया। दूसरी पारी में तो ख़ैर बुमराह को ख़्वाजा को गेंदबाज़ी करने का मौक़ा ही नहीं मिला। बुमराह चोटिल जो थे। पर जो कुछ भी बुमराह को ख़्वाजा ने देखा, उन्होंने कहा कि ऐसा लाजवाब गेंदबाज़ मैंने नहीं देखा। ख़्वाजा कहते है कि ये तो हमारी ख़ुशक़िस्मती थी कि हमने सिडनी टेस्ट की दूसरी पारी में बुमराह का मुक़ाबला नहीं किया। वरना उस पिच पर बुमराह को झेलना मुश्किल हो जाता। ऑस्ट्रेलिया के सामने जो 162 रनों को लक्ष्य था, वो एक पहाड़ सा लगने लगता। बुमराह का ऐसा हौवा बल्लेबाज़ों पर बन गया है कि अगले महीने होने वाली चैम्पियंस ट्रॉफी को लेकर सभी की साँसे अटकी हुई है। सबके ज़ेहन में सवाल ये है कि बुमराह क्या फिट होंगे। क्योंकि अगर बुमराह फिट हुए तो अपने 10 ओवर में क़हर बरपा देंगे। साथ ही साथ उनके पुरानी साथी मोहम्मद शमी की भी वापसी तय है। ये दोनों मिल के बल्लेबाज़ों की वाट लगा सकते हैं। अभी बुमराह की फिटनेस को लेकर जो खबर आ रही हैं वो ये ही कह रही हैं कि उनकी पीठ में स्पास्म है। यानी रह रह कर उन्हें पीड़ा होती है। सुनने में तो इतनी बड़ी मुश्किल नहीं लगती है। अगर बुमराह फिट हुए, तो चैम्पियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया तहलका मचा सकती है। पर क्या बुमराह फिट होंगे, इस सवाल का जवाब हमें अभी मालूम नहीं है। इसका जवाब ख़ुद बुमराह के पास नहीं है। देखें क्या होता है।